अगस्त 2025 में एकादशी, पूर्णिमा और अमावस्या: व्रत, महत्व व तिथि विवरण
📅 लेख प्रारंभ तिथि: 31 जुलाई 2025
📰 लेख श्रेणी: धर्म एवं संस्कृति विशेष
✍️ लेखक: लोकल रिपोर्टर टीम
प्रस्तावना:
हिंदू पंचांग के अनुसार, व्रतों और त्योहारों का विशेष महत्व होता है। इनमें एकादशी, पूर्णिमा और अमावस्या प्रमुख हैं। ये तिथियाँ न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होती हैं, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक दृष्टिकोण से भी इनका गहरा प्रभाव होता है। अगस्त 2025 में पड़ने वाली इन तिथियों का धार्मिक महत्व, तिथि विवरण और पूजन विधि की जानकारी इस लेख में दी जा रही है।
🌟 अगस्त 2025 एकादशी व्रत विवरण
1. पुत्रदा एकादशी (श्रावण शुक्ल एकादशी)
🗓 तारीख: 5 अगस्त 2025, मंगलवार
🕉 व्रत विशेषता: यह एकादशी संतान की प्राप्ति व उनके कल्याण के लिए रखी जाती है।
📜 पौराणिक कथा: भागवत पुराण के अनुसार, हरिशचंद्र नामक राजा ने इस व्रत से संतान सुख प्राप्त किया था।
🛕 पूजन विधि: व्रती को प्रातः स्नान कर भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए, व्रत रखकर रात्रि में जागरण करना चाहिए।
2. अजा एकादशी (भाद्रपद कृष्ण एकादशी)
🗓 तारीख: 19 अगस्त 2025, मंगलवार
🌌 व्रत का उद्देश्य: यह व्रत पापों से मुक्ति व मोक्ष की प्राप्ति हेतु किया जाता है।
🧘♀️ महत्व: मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से ब्रह्महत्या जैसे पाप भी नष्ट हो जाते हैं।
📿 व्रत विधि: दिनभर व्रत, श्रीहरि विष्णु की उपासना और गीता पाठ लाभकारी माने जाते हैं।
🌕 अगस्त 2025 पूर्णिमा विवरण
श्रावण पूर्णिमा / रक्षा बंधन
🗓 तारीख: 10 अगस्त 2025, रविवार
🎉 त्योहार विशेष: इस दिन रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाएगा। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी दीर्घायु की कामना करती हैं।
🌿 अन्य अनुष्ठान: इस दिन ब्राह्मणों को यथाशक्ति दान देना, श्रावणी संस्कार, और भगवान सत्यनारायण की कथा का आयोजन भी किया जाता है।
🪔 पूजा विधि: रक्षासूत्र बाँधना, भगवान विष्णु की पूजा और शाम को दीपदान करना लाभकारी होता है।
🌑 अगस्त 2025 अमावस्या विवरण
भाद्रपद अमावस्या
🗓 तारीख: 25 अगस्त 2025, सोमवार
🪔 विशेषता: इसे पितरों की तृप्ति के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।
🌊 महत्व: पवित्र नदियों में स्नान, पिंडदान और तर्पण करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
🧘♂️ व्रत नियम: सूर्योदय से पूर्व स्नान, फिर व्रत, हवन और गरीबों को अन्न/वस्त्र का दान किया जाता है।
🌌 पौराणिक मान्यता: यह दिन आत्मिक शांति व पितरों की प्रसन्नता हेतु सर्वोत्तम माना गया है।
📅 संक्षिप्त तिथि सारणी (अगस्त 2025)
तिथि | दिन | पर्व |
---|---|---|
5 अगस्त | मंगलवार | पुत्रदा एकादशी |
10 अगस्त | रविवार | श्रावण पूर्णिमा / रक्षा बंधन |
19 अगस्त | मंगलवार | अजा एकादशी |
25 अगस्त | सोमवार | भाद्रपद अमावस्या |
🛕 धार्मिक महत्त्व और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
इन व्रतों के माध्यम से अनुशासित जीवनशैली, शरीर की शुद्धि और मानसिक शांति प्राप्त होती है। एकादशी का व्रत उपवास के माध्यम से पाचन तंत्र को विश्राम देता है, वहीं पूर्णिमा और अमावस्या मानसिक ऊर्जा व ध्यान के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं।
📚 निष्कर्ष
अगस्त 2025 में आने वाले व्रत और तिथियाँ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि पारिवारिक संबंधों को प्रगाढ़ करने और आत्मिक बल की प्राप्ति हेतु भी उपयुक्त समय हैं। श्रद्धा और नियमपूर्वक व्रत करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
🪔 आप सभी को इन पावन तिथियों की शुभकामनाएं। धर्म, आस्था और संस्कृति से जुड़े रहें।
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