ऋषि पंचमी 2025: महत्व, तिथि, पूजा विधि और व्रत कथा परिचय हिंदू धर्म में व्रत और पर्वों का विशेष महत्व है। प्रत्येक व्रत न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि इसका वैज्ञानिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी गहरा संबंध है। इन्हीं पवित्र व्रतों में से एक है ऋषि पंचमी व्रत । भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को यह व्रत मनाया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से महिलाओं द्वारा किया जाता है और इसे पापमोचक व्रत भी कहा गया है। माना जाता है कि इस दिन ऋषियों का पूजन करके जीवन के पापों का नाश होता है और आत्मा शुद्ध होती है। ऋषि पंचमी की तिथि (2025 में) साल 2025 में ऋषि पंचमी का पर्व 3 सितंबर, बुधवार को मनाया जाएगा। पंचमी तिथि आरंभ: 2 सितंबर, शाम 05:20 बजे पंचमी तिथि समाप्त: 3 सितंबर, शाम 06:10 बजे ऋषि पंचमी का महत्व ऋषियों का पूजन – इस दिन सप्तऋषियों (कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, वशिष्ठ, जमदग्नि और गौतम) की पूजा की जाती है। पाप शुद्धि का दिन – मान्यता है कि इस व्रत को करने से जीवन में अनजाने में हुए पाप मिट जाते हैं। महिलाओं के लिए विशेष – यह व्रत खासकर महिलाओं...
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